Cyber Crime Complaint: आज के डिजिटल युग में, Smartphone, Computer और Internet का उपयोग तेजी से बढ़ा है। इससे हमारे जीवन में सुविधा आई है, लेकिन साथ ही Cyber Crime का खतरा भी बढ़ गया है। हर दिन आपको Cyber Crime के बारे में समाचार सुनने को मिल जाता है। इस बात में भी कोई संदेह नहीं है की भारत में लगातार Cyber Crime बढ़ रहे है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में Cyber Crime 2024 में 2023 की तुलना में 5 गुना बढ़ गया है और यह एक बेहद चिंता का विषय है। हर दिन Cyber Crime करने वाले लोग नये- नये तरीकों से Cyber Crime / Cyber Fraud कर रहे है। साइबर अपराधी कभी Identity Theft का इस्तेमाल करते है, कभी Loan Fraud और कभी Free Gift के Offer से लोगों को लुट रहे है।
यदि कभी आपके साथ Cyber Crime होता है, तो उसे Report करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम बात करेंगे Cyber Crime क्या है, किन धाराओं के तहत इसे Report किया जा सकता है, और Cyber Crime Report की पूरी प्रक्रिया क्या है। भारत सरकार ने Cyber Crime को रोकने के लिए Helpline Number भी जारी किया है। यदि किसी के साथ Cyber Crime / Cyber Fraud होता है तो वो उसके लिए Online Report कर सकते है।
Cyber Crime क्या है?
साइबर अपराध (Cyber Crime) का मतलब किसी भी ऐसे अपराध से है जो Internet, Computer या Digital Devices का इस्तेमाल करके किया जाता है। इसमें किसी की Personal Information चुराना, Online Fraud करना, Social Media पर परेशान करना, banl Fraud करना या Hacking जैसी गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
Cyber Crime के प्रकार:
- Online Fraud – किसी को गलत जानकारी देकर पैसे ठगना, जैसे फर्जी लॉटरी या नकली बैंक कॉल।
- Cyber Stalking – Social Media या Internet के जरिए किसी को बार-बार परेशान करना या डराना।
- Hacking – किसी की बिना अनुमति के उसका Account या Computer Access करना।
- Identity Theft – किसी की Personal Information, जैसे Aadhar Number, Bank Details, Password चुराकर उसका गलत इस्तेमाल करना।
- Phishing – नकली Email या Website बनाकर लोगों से उनकी गोपनीय जानकारी चुराना।
- Social Media Crimes – Fake Profile बनाना, बदनाम करने के लिए झूठी खबरें फैलाना, धमकी देना या अश्लील मैसेज भेजना।
- Ransomware Attack – वायरस के जरिए Compter या Mobile को Lock करके फिरौती मांगना।
ये Cyber Crime के कुछ प्रकार है लेकिन साइबर अपराधियों के दिनों दिन Cyber Crime करने के तरीके बदल रहे है इसलिए Cyber Aware रहना आज के समय में बहुत जरूरी है।
Cyber Crime से निपटने के लिए लागू कानून और धाराएँ
Cyber Crimes को Control करने और अपराधियों को सजा देने के लिए भारत में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 (Information Technology Act, 2000) और भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code, IPC) के तहत विभिन्न प्रावधान लागू किए गए हैं। इन कानूनों के तहत अलग-अलग प्रकार के Cyber Crimes के लिए सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
IT Act, 2000 के तहत Cyber Crime और धाराएँ
धारा 66C – पहचान की चोरी (Identity Theft)
यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की Digital Identity, जैसे कि Personal Information, Password, Digital Signature या अन्य Sensitive Information को बिना अनुमति के उपयोग करता है, तो यह अपराध माना जाएगा।
सजा: 3 साल तक की कैद और ₹1 लाख तक का जुर्माना।
धारा 66D – आधुनिक तकनीकों के जरिए धोखाधड़ी (Cheating by Personation Using Computer Resources)
यदि कोई व्यक्ति Internet, Email, Phone Call या किसी अन्य Digital माध्यम से किसी को धोखा देता है (जैसे कि Loan Fraud या Fake Call से ठगी), तो यह अपराध माना जाएगा।
सजा: 3 साल तक की कैद और ₹1 लाख तक का जुर्माना।
धारा 66E – निजता का उल्लंघन (Violation of Privacy)
यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की Personal Photos, Video या अन्य Personal Information को बिना अनुमति के इकट्ठा, साझा या प्रसारित करता है, तो यह अपराध माना जाएगा।
सजा: 3 साल तक की कैद और ₹2 लाख तक का जुर्माना।
धारा 67 – अश्लील या आपत्तिजनक सामग्री का प्रकाशन (Publishing or Transmitting Obscene Material in Electronic Form)
यदि कोई व्यक्ति इंटरनेट पर अश्लील सामग्री (Pornographic Content) Share करता है, Publish करता है या वितरित करता है, तो यह अपराध होगा।
सजा:
- पहली बार अपराध करने पर 5 साल तक की कैद और ₹10 लाख तक का जुर्माना।
- दोबारा अपराध करने पर 7 साल तक की कैद और ₹10 लाख तक का जुर्माना।
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत Cyber Crime और धाराएँ
धारा 354D – साइबर स्टॉकिंग (Cyber Stalking)
यदि कोई व्यक्ति किसी महिला को बार-बार Online परेशान करता है, उसकी गतिविधियों पर नजर रखता है या उसे धमकाता है, तो यह अपराध होगा।
सजा:
- पहली बार अपराध करने पर 3 साल तक की कैद।
- दोबारा अपराध करने पर 5 साल तक की कैद।
धारा 463, 465, 468, 469 – जालसाजी और धोखाधड़ी (Forgery and Fraudulent Activities)
- धारा 463: डॉक्यूमेंट या डेटा में हेरफेर करना।
- धारा 465: झूठे दस्तावेज तैयार करना।
- धारा 468: धोखाधड़ी के उद्देश्य से जाली दस्तावेज बनाना।
- धारा 469: प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के इरादे से फर्जी सामग्री तैयार करना।
सजा: 2 से 7 साल तक की कैद (अपराध की गंभीरता के आधार पर)।
धारा 500 – ऑनलाइन मानहानि (Defamation)
यदि कोई व्यक्ति Internet या Social Media के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से गलत या झूठी जानकारी फैलाता है, तो इसे अपराध माना जाएगा।
सजा: 2 साल तक की कैद और जुर्माना।
धारा 507 – अनाम रूप से धमकी देना (Criminal Intimidation by Anonymous Communication)
अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को बिना अपनी पहचान बताए धमकी देता है या उसे Blackmail करता है, तो यह अपराध होगा।
सजा: 2 साल तक की कैद।
Cyber Crime Complaint कैसे कर सकते है?
अगर आपके साथ किसी ने Cyber Crime किया है तो उसको Report के लिए आपको पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप घर बैठे अपने मोबाइल फोन से ही Cyber Crime Complaint Online कर सकते हैं।
Step 1- National Cyber Crime Complaint Portal पर जाएँ
किसी भी Cyber Crime की Online Complaint करने के लिए अपने Browser में टाइप करेंगे cybercrime.gov.in तो आपके सामने National Cyber Crime Complaint Portal आ जाएगा। जहां से आप Cyber Crime की Online Complaint कर सकते हैं।
Step 2- शिकायत का प्रकार चुनें
National Cyber Crime Reporting Portal पर 3 प्रमुख Category मिलेंगी जिनमे से आपको चुनना है –
- Women/Children Related Crime – यदि आपकी शिकायत महिलाओं या बच्चों से संबंधित है, तो इस Option का चयन करें।
- Financial Fraud – अगर आपके साथ किसी तरह का Financial Fraud हुआ है तो इस Option को चुने।
- Other Cyber Crime – अन्य सभी प्रकार के Cyber Crime के लिए इस विकल्प का चयन करें।
Step 3- Terms & Conditions को Accept करें
शिकायत दर्ज करने से पहले, पोर्टल की शर्तों को पढ़ें और उन्हें स्वीकार करें।
Step 4 – Personal Information भरें
अगर आपका पहले से इस Portal पर Account है तो अपने Login ID और Password से Login करें अन्यथा Click Here For New User पर Click करें और अपना Account / Profile Create करें, Name, Mobile Number, और Email ID दर्ज करें।
Step 5- शिकायत विवरण भरें
घटना की Date, Time, Place और संक्षिप्त विवरण प्रदान करें। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या संगठन ज्ञात हो, तो उसकी जानकारी भी दें।
Step 6- Proof Upload करें
संबंधित Screenshot, Chat Logs, Email आदि जैसे Proof Upload करें।
Step 7- Complaint Submit करें
सभी Details भरने के बाद, Complaint Submit करें। एक यूनिक शिकायत नंबर (Complaint ID) Generate होगा, जिसे आप भविष्य में Complaint Track करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
Cyber Crime Complaint Track कैसे करें
Cyber Crime Complaint Track करने से अभिप्राय यह है की आपको पता होना चाहिए की आपके द्वारा की गई Cyber Crime Complaint का Status क्या है जैसे की
- आपकी Complaint पर क्या कार्रवाई हो रही है।
- केस किस पुलिस अधिकारी या साइबर सेल को भेजा गया है।
- आगे की प्रक्रिया क्या होगी।
अगर आपने राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर कोई Complaint दर्ज करवाई है, तो आप उसके Status को Online Track कर सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए Steps Follow करें:
Step 1- सबसे पहले National Cyber Crime Complaint Portal पर जाएँ।
Step 2- उसके बाद मैं Menu में दिए गए Option “Track Your Complaint” पर Click करें, आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
Step 3- उसके बाद Acknowledgment Number को भरें जो आपको Complaintकरते समय मिला था । Get OTP पर Click करें, आपके Registered Mobile Number पर आपको एक OTP मिलेगा उसको OTP के Field में दर्ज करें। Captcha Code भरने के बाद Submit पर Click कर दे। आपकी Complaint का Status Screen पर आ जायेगा।
Cyber Crime Complaint Helpline Number
भारत सरकार ने Cyber Crime की तुरंत Reporting के लिए Helpline Number- 1930 जारी किया है। हेल्पलाइन 24×7 उपलब्ध होती है और आपको Cyber Crime से बचाव के सुझाव भी दिए जाते हैं। अगर आपके साथ कोई Cyber Crime जैसे की Bank Fraud, Identity Theft इत्यादि कुछ हो जाता है तो आप तुरंत इस Phone Number पर Call करके Report कर सकते है और अधिकारी से बात करके आगे की प्रक्रिया के बारे में जान सकते है। अगर आपने राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर कोई शिकायत दर्ज की है तो आप इस नंबर पर कॉल करके अपने केस के Status के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
Conclusion
डिजिटल युग में Cyber Crime तेजी से बढ़ रहे हैं, और हर किसी को इसके खतरों से सतर्क रहने की जरूरत है। Online Fraud, Identity Theft, Hacking, Cyber Stalking और Bank Fraud जैसे अपराध किसी के भी साथ हो सकते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि सरकार ने इनसे निपटने के लिए Cyber Crime Complaint Portal (cybercrime.gov.in), Helpline Number- 1930, और साइबर पुलिस स्टेशनों जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं।
अगर कभी आप या आपके जानने वाले Cyber Crime का शिकार होते हैं, तो घबराने के बजाय तुरंत शिकायत दर्ज करें और सही कानूनी प्रक्रिया अपनाएँ। जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। अपनी Digital Security को मजबूत करें, सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजर अंदाज न करें। सही समय पर सही कदम उठाने से न सिर्फ आपको न्याय मिलेगा, बल्कि अपराधियों को भी रोका जा सकेगा।
Cyber Crime को नज़रअंदाज न करें, बल्कि उसे Report करें – क्योंकि एक सतर्क नागरिक ही Secure Digital India की नींव रखता है!
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